देश में कई पौराणिक मंदिर हैं, इसलिए इनमें से प्रत्येक मंदिर में दूर-दूर से भक्त भगवान के दर्शन करने आते हैं, इसलिए भगवान सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। इसी तरह यह सुंधा माता का मंदिर राजस्थान के जालौर जिले में स्थित है। दरअसल इस सुंधा माता मंदिर में माता चामुंडा विराजमान हैं।
माता चामुंडा को प्रणाम करने के लिए इस सुंधामाता मंदिर में एक रोपवे भी उपलब्ध है ताकि हर भक्त माताजी को प्रणाम कर सके। इसलिए इस मंदिर में दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु मां चामुंडा के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर के इतिहास के बारे में पता किया जाए तो यह सुंधा माता मंदिर करीब नौ सौ साल पुराना माना जाता है।
यह सुंधा माता मंदिर सफेद पत्थर से बना है। और इस मंदिर के परिसर में तीन चीजें हैं। जो मंदिर के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करते हैं। और सुंधा माता का यह मंदिर जालौर के लोगों के सहयोग से स्थापित किया गया था इसलिए सभी भक्त इस मंदिर में माताजी के दर्शन के लिए आते हैं।
यही कारण है कि गुजरात, राजस्थान और कई अन्य भारतीय राज्यों से पर्यटक मां चामुंडा के दर्शन के लिए आते हैं। और यहां के लोग माताजी को अपनी कुलदेवी के रूप में भी पूजते हैं, इसलिए इस मंदिर में माताजी के दर्शन मात्र से ही सारे दुख दूर हो जाते हैं और उनके भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि आ जाती है।